चढ़ावा
लघु कथा
‘‘क्यों भैया ! दूध का पैकेट है ?’’
‘‘हाॅं माता जी है। कितना बड़ा चाहिए ?’’
‘‘सबसे छोटा वाला दे दो एक पैकेट।’’
‘‘कौन सा दूॅं माता जी......? फुल क्रीम वाला कि हाफ क्रिम वाला कि बगैर क्रिम वाला सपरेटा ?’’
‘‘सपरेटा ही दे दो बेटा जो सबसे कम दाम वाला हो। कौन खुद के इस्तेमाल में लाना है। शंकर भगवान की पिण्डी पर ही तो चढ़ाना है।’’